सोचा था इस तरह मुक्त हो जाऊँगा मैं पितृ ऋण से किया वही जो कर रहे सदियों से नहीं भिन्न सोचा था इस तरह मुक्त हो जाऊँगा मैं पितृ ऋण से किया वही जो कर रहे सदियों से नहीं...
आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है, आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है,
है पितृ पक्ष करना पिंडदान गोलोकवासी! है पितृ पक्ष करना पिंडदान गोलोकवासी!
खुद न बंधना नियम से, बस दूसरों पर थोपिये तलवार नियमों की चले, जो माने उसको भोकिये खुद पर जो ला... खुद न बंधना नियम से, बस दूसरों पर थोपिये तलवार नियमों की चले, जो माने उसको भो...
इसे मंज़िल का दोष न कहिए इसे इत्तेफ़ाक ही कहिए। इसे मंज़िल का दोष न कहिए इसे इत्तेफ़ाक ही कहिए।
रूप धारण कर नहरों का करती कृषिक्षेत्र को सिंचित रूप धारण कर नहरों का करती कृषिक्षेत्र को सिंचित